DrJagriti
Quote by DrJagriti - कह भी दूं तो क्या...... 
वक्त की "परछाई" छठ जाएगी 
क्या मेरी "तकदीर" लौट कर 
फिर मेरे "दरवाजे" पर आएगी
 कह भी दूं तो क्या
 मेरी मंजिल "बदल" पाएगी 
कुछ भी नहीं "हाथों" में हमारे
बस "यादों" का "कारवां" लिए
 यह "जिंदगी" यूं ही "गुजर" जाएगी

Dr.jagriti  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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