satish Kumar Meena
Quote by satish Kumar Meena - मैं मस्जिद न जा सका तो क्या मेरा रब रुठेगा?
घर में नमाज़ पढ़ी तो क्या मुल्क मेरा छूटेगा?

जहाँ भी इबादत की मैंने,उसी को मस्जिद माना है,, 
मुहम्मद साहब का दर तो, मैंने अपने घर को जाना है,, 
ख़्वाजा का दीदार भी मैं,इन नजरों से करता हूँ,,
सच्चा जमाती हूँ तभी तो,मुस्तफा का जिगर रखता हूँ,, 

मैं कहीं सजदा करू क्या दिल उनका टूटेगा ?
घर में नमाज़ पढ़ी तो क्या मुल्क मेरा छूटेगा?

सतीश कुमार मीणा  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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